राजस्थान में 13 सरकारी विश्वविद्यालयों, 252 निजी और सरकारी कॉलेजों के छात्रसंघों के लिए चुनाव मंगलवार को संपन्न हो गए। राज्य में ज्यादातर हिस्सों में मतदान शांतिपूर्ण रहा। प्रदेश के इन कॉलेजों में 50 से 55 फीसदी के बीच मतदान हुआ। राजस्थान विश्वविद्यालय में तमाम प्रयासों के बाद भी 50 फीसदी से भी कम छात्रों ने मतदान में हिस्सा लिया। इस बार के छात्रसंघ चुनाव प्रचार में छात्र नेताओं ने नैतिकता की सारी हदें पार कर दीं।
छात्र नेताओं ने किसी भी कीमत पर जीत हासिल करने के लिए नैतिकता को ताक पर रख दिया। अलवर, कोटा समेत राज्य के कई हिस्सों में छात्र नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने के लिए आर्केस्ट्रा पार्टी की और लड़कियों के बेहद अश्लील डांस आयोजित कराए। इसके लिए कई नेताओं ने या तो होटल बुक कराए या सार्वजनिक स्थलों पर लड़कियों का डांस कराया।
आदर्श आचार संहिता का जमकर उल्लंघन
नाइट पार्टियों का आयोजन किया गया। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान छात्र नेताओं ने आदर्श आचार संहिता का जमकर उल्लंघन किया। कोटा, झालवाड़, उदयपुर सहित कुछ स्थानों पर छात्रों के बीच आपसी टकराव की भी खबरें सामने आईं। छात्रसंघ चुनाव के दौरान औसतन 50 से 55 फीसदी के बीच वोट पडे़। बुधवार को सुबह 11 बजे सभी जगह एक साथ मतगणना शुरू होगी।
जोधपुर में 56 प्रतिशत छात्रों ने वोट दिया
राजस्थान यूनिवर्सिटी में 50 प्रतिशत से भी कम मतदान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि कुल मतदान प्रतिशत 49.73 प्रतिशत रहा। 23,854 मतदाताओं में से 12,151 ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यूनिवर्सिटी के डीन गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि 3 दिन तक लगतार छुट्टी होने की वजह से आसपास के इलाकों में रहने वाले कई स्टूडेंट वोट देने नहीं आए।
राज्य के अन्य हिस्सों से भी मतदान के फीका रहने की खबर है। जोधपुर में 56 प्रतिशत छात्रों ने वोट दिया। अजमेर में बहुत कम वोट पड़े हैं, जिससे छात्रनेताओं की चिंता बढ़ गई है। अजमेर में सबसे कम वोट सम्राट पृथ्वीराज चौहान सरकारी स्कूल में पड़ा। यहां 36.85 प्रतिशत मतदाताओं ने ही वोट दिया। उदयपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, जिससे कई फर्जी मतदाता पकड़े गए।